A Secret Weapon For kids stories hindi urdu fairy tale kahaniyan kahani moral horror babies
गृहप्रवेश की पूजा भली भाँति सम्पन्न होने के पश्चात अब जाकर चैन की साँस मिली। सुनो न साहिल कितना अच्छा लग रहा है न सब कुछ। सारे मेहमान, सगे,सम्बन्धी, रिश्तेदार कितने खुश थे न सब। सभी ससम्मान खुशी ...
सोनू और भेड़िया की कहानी: एक अनोखी दोस्ती
जब उन्होंने जंगल में प्रवेश किया तो देखा, सूरज की रोशनी पेड़ के घने पत्तो से संघर्ष करते हुए जमीन पर गिर रही थी। जंगल एकदम शांत था। उनको डर भी बहोत लग रहा था, लेकिन उनकी उत्तेजना ने उन्हें आगे बढ़ाया। कभी-कभार उल्लू की आवाज को छोड़कर जंगल में सन्नाटा था।
मानसरोवर गाँव के बसस्टैंड पर बस रूकी और उसमें से श्रेयांश उतरा,उतरकर इधरउधर देखने लगा तभी उस के पास आकर एक व्यक्ति ने पूछा.
अटपटे विषय की चटपटी कहानी???????? अनुज अपनी गर्लफ्रेंड शुभी के साथ मसूरी घूमने आया हुआ था। शुभी एक मॉडर्न और महत्वाकांक्षी लड़की थी। अनुज से पहले भी शुभी के चार बॉयफ्रेंड रह चुके थे। आखरी का चौथा तो अनुज ...
अंत में वे गुफा के द्वार पर पहुँचे। गुफा बहुत बड़ा था और जंगल से ढका हुआ था। धड़कते दिल के साथ, राम और सोनू ने अंदर कदम रखा। गुफा नम थी और अंदर अँधेरा था। वे दोनों टोर्च जलाकर अंदर जाने लगे।
और इसलिए, राम, सोनू, और भूतिया गुफा की कहानी गांबवालो के लिए एक मिशाल बन गई।
उस औरत ने कहा की वह घरेलु हिंसा का शिकार हुई है और उसके पति ने उसकी हत्या करके इसी जंगल में दफना दिया है। और तबसे उसकी आत्मा इस घर में कैद हो गई है। यह सुनकर गौरब ने उस आत्मा की मदद करने का सोचा और उससे वादा किया की वह उसे मुक्ति दिलाकर कर रहेगा।
अचानक से वह लड़की की भुत बच्चो के सामने आई और जोर जोर से हसने लगी। और कहा की अब तुम सब मेरी बंदी हो, मई किसी को जिन्दा नहीं छोडूंगी।
साइन इन यदि आप पासवर्ड भूल गए हो? उपयोगकर्ता नये है प्रतिलिपि पर नया अकाउंट बनाइये
गौरब डर कर भाग ने की कोसिस कर रहा था की उस औरत की आत्मा ने उसका एक हात पकड़ लिआ। और गौरब से बिनती करने लगा की मेरी मदद करो। यह सुनकर गौरब चौंक गया।
कहानी सुनतेही उनकी आंखों में इस पौराणिक गुफा के बारे में पता लगाने के इच्छा जाग उठी। उन्होंने कुछ स्नैक्स, पानी और एक टॉर्च पैक किया और get more info गुफा ढूंढ़ने के लिए निकल पड़े। गांब वाले उन्हें यह कहते हुए चेतावनी दी कि यह गुफा भूतिया और खतरनाक है, लेकिन राम और सोनू कहां किसी की सुनने वाले थे।
उस दिन से वह घर भुत से आजाद हो गया। गांब वालो ने सारे बच्चों के साहस की तारीफ की और सबको इनाम भी दिया।
उस दिन से गौरब को भुत और आत्माओं से डर लगना बंद हो जाता है।